- 43 Posts
- 22 Comments
अभी अभी समाचारों से ज्ञात हुआ है कि भारत सरकार गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालों को मुफ्त में मोबाइल देने वाली है। यह हुयी न समय की बात । जिस प्रकार से अपना शिकार देख कर शेर के मुह में पानी आ जाता है उसी प्रकार अब जब कि 2014 में चुनाव आने वाले हैं केंद्र सरकार की मुंह में भी पानी आने लगा है। और वह देश की उसी जनता पर मेहरबान हो गयी है जिसके जेब में अगर 26 रूपये हो तो भी यह सरका गरीब नहीं मान रही । तो क्या यह कहा जाय कि देश की ७० प्रतिशत जनता जो आज 20 रूपये रोज पर अपना गुजारा कर रही है, उसे मोबाइल देकर उसकी गरीबी का मजाक उडा रही है। अब आलू प्याज की चिंता छोड。 इस देश की जनता रिचार्ज कूपन के लिए बाजारों की ओर दौड。ती नजर आयेगी। हो सकता है कि इसमें भी कोई २ जी ३ जी घोटाला का बीज बोया गया हो । यह भी हो सकता है कि मोबाईल कारोबार करने वालों ने सरकार को भारी रकम दी हो। या यह भी हो सकता है कि २०१४ के आम चुनाव के लिए जनता को मोबाइल के जरिये अपना संदेश देकर यह गुजारिश करना चाहती हो कि भाई हमने आपको मोबाइल दिया आप भी हमें कुर्सी दिजिए।आप हमें माफ कर दिजिए इस लिए कि हमने आपको अनाज गोदामों में सड。 जाने के बावजूद नहीं दिया लेकिन मोबाइल देकर आपकों अपने सगे संबंधियों से बात करने का मौका दिया। अब आप दिल खोल कर अपने चाहने वालों से बात किजिए। जब आपके पेट में चूंहे कूद रहे हों तब आप अपने रिश्तेदारों ,सगे संबंधियों से यह जान सकें कि क्या आपके पेट में चूहे कूद रहे हैं। अब चाहे जो भी समझे हम तो अपना उल्लू सीधा करना ही अपना फर्ज समझते हैं।फिर भी हम यही कहेगें कि आप यह न समझे कि हमने आप को उल्ल्ू बनाया या आपके गरीबी का मजाक उडाया।
Read Comments